नवरात्रि मे ज्योतिष शास्त्र के अनुसार क्या उपाय करने चाहिए.
- Namaskar Astro by Acharya Rao
- Sep 25
- 2 min read
नवरात्रि में पूजा का महत्व अत्यंत गहरा और पवित्र माना गया है। यह पर्व शक्ति की साधना और माँ दुर्गा की उपासना का समय है। ज्योतिष और धर्मशास्त्र दोनों दृष्टि से नवरात्रि पूजा का बहुत बड़ा महत्व है। नवरात्रि में ज्योतिष शास्त्र के अनुसार किए गए उपाय भी बहुत फलदायी माने जाते हैं, क्योंकि यह समय शक्ति साधना, ग्रह शांति और मनोकामना पूर्ति के लिए अत्यंत शुभ होता है।यहाँ कुछ मुख्य उपाय बताए जा रहे हैं:

🌸 नवरात्रि के ज्योतिषीय उपाय
ग्रह दोष निवारण हेतु
जिनकी कुंडली में मंगल दोष हो, वे नवरात्रि में लाल फूल व लाल चोली माता को अर्पित करें।
शनि दोष से पीड़ित व्यक्ति नवरात्रि में नील पुष्प और काले तिल अर्पित करें।
राहु-केतु दोष होने पर माता दुर्गा को नारियल व लाल झंडी चढ़ाएँ।
धन-समृद्धि हेतु
नवरात्रि में प्रतिदिन कुबेर यंत्र या श्री यंत्र के सामने दीपक जलाएँ।
माँ लक्ष्मी को कमल गट्टे की माला चढ़ाएँ और "ॐ श्रीं ह्रीं श्रीं महालक्ष्म्यै नमः" मंत्र का 108 बार जप करें।
शत्रु नाश एवं सुरक्षा हेतु
देवी दुर्गा के समक्ष सिन्दूर, लाल फूल और नींबू अर्पित करें।
"ॐ ऐं ह्रीं क्लीं चामुण्डायै विच्चे" मंत्र का जप करने से शत्रु बाधाएँ दूर होती हैं।
वैवाहिक सुख व दाम्पत्य जीवन हेतु
अविवाहित कन्याएँ माँ दुर्गा को चूड़ियाँ, लाल चुनरी और श्रृंगार सामग्री अर्पित करें।
विवाहित महिलाएँ माँ गौरी को सोलह श्रृंगार अर्पित करें, इससे दाम्पत्य जीवन मधुर रहता है।
स्वास्थ्य और रोग निवारण हेतु
नौ दिनों तक माता को बेलपत्र व धतूरा चढ़ाएँ।
"ॐ दुं दुर्गायै नमः" मंत्र का जप करें।
विशेष उपाय (कुल कल्याण हेतु)
नवरात्रि में प्रतिदिन घी का दीपक जलाकर दुर्गा सप्तशती का पाठ करें।
कन्या पूजन (अष्टमी/नवमी को) अवश्य करें और उन्हें भोजन, वस्त्र एवं दक्षिणा देकर आशीर्वाद लें।
👉 नवरात्रि में श्रद्धा, नियम और पवित्रता से किए गए ये उपाय जल्दी फल प्रदान करते हैं और जीवन की प्रमुख बाधाओं को दूर कर देते हैं।
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